सोमवार, 29 जून 2009

गोवंश को लेकर हंगामा


भास्कर न्यूज Monday, June 29, 2009 07:07 [IST]

पाली. सदर थाना क्षेत्र के रामासिया गांव के समीप चारा-पानी के लिए खड़े गोवंश को देखकर नागरिकों ने विवाद खड़ा कर दिया। माहौल गर्माते देख पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोवंश को सदर थाने लेकर आ गई। वहां पर भी कुछ लोगों ने गोवंश को कत्लगाह ले जाने की आशंका जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। काफी समझाइश के बाद पुलिस ने लोगों को शांत किया। गोवंश को पुलिस ने पिंजरा पोल गोशाला को सौंपा है।

पुलिस के अनुसार हरियाणा से कुछ लोग पांच ट्रकों में गौवंश भरकर गुजरात की तरफ ले जा रहे थे। रामासिया के समीप एक ढाबा पर खाना खाने के लिए रुकने पर इन लोगों ने गोवंश को भी ट्रकों से उतारकर खाली कर दिया। इस दौरान सुशील विहार के समीप खड़े कुछ लोगों ने एक साथ इतना गौवंश देखकर वहां पर विवाद खड़ा कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण डीएसपी अरुण माच्या, सिटी डीएसपी प्रवीण कुमार जैन व सदर थाना प्रभारी गोपालसिंह खिंची ने पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश की।

इसके बाद भी गौवंश को वापस ट्रकों में भरवाकर पुलिस थाने लेकर आ गए। यहां पर भी एबीवीपी, आरएसएस व शिवसेना से जुड़े निखिल व्यास, यशपालसिंह कुंपावत, अनिल, राजेश लुणिया सहित कई प्रतिनिधि मौके पर पहुंचकर गौवंश को गुजरात के कत्लखाने में ले जाने का आरोप लगाने लगे। वहीं गौशाला से जुड़े कई पदाधिकारी भी थाने में पहुंचकर गौवंश को भरण-पोषण के लिए गौशाला को सौंपने की मांग करने लगे। थाना परिसर के बाहर काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई।

माहौल को देखते हुए पुलिस ने गौवंश परिवहन करने के आरोप में जसविंदर सिंह पुत्र बगीचासिंह निवासी चिडेवा मुक्तसर (पंजाब), हजारासिंह पुत्र गरजसिंह रजपूत निवासी ढारिया (पटियाला), सारणसिंह पुत्र कश्मीरसिंह निवासी चिडेवा मुक्तसर (पंजाब), मदनलाल पुत्र झंडाराम सिक्ख कुमावत निवासी निठार हिसार (हरियाणा) तथा रोशनलाल पुत्र गुलाबसिंह निवासी निठार हिसार (हरियाणा) को गिरफ्तार गौवंश को अपने कब्जे में लेकर भरण-पौषण के लिए बागड़िया रोड स्थित पिंजरा पोल गौशाला के प्रबंधकों को सौंपा है। वहीं पुलिस ने ट्रकों को भी जप्त कर लिया है। डीएसपी अरुण माच्या ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गौवंश हत्याचार अधिनियन के तहत मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है।

source: http://www.bhaskar.com/2009/06/29/0906290710_dispute_in_pali.html


शनिवार, 20 जून 2009

जैसलमेर में घर के भेदी दबोचे

घर के भेदी
जयपुर। पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सियों ने भारत की सैन्य जानकारियां जुटाने के लिए भारत के ही लोगों को झोंक दिया है। राज्य खुफिया पुलिस ने जैसलमेर से दो जासूस गिरफ्तार कर पाक की इस करतूत का भण्डाफोड़ किया है। पकड़े गए जासूसों को जयपुर लाया गया है। वे पिछले कुछ माह से सूचनाएं भेज रहे थे और इसके बदले में उन्हें खाड़ी देशों से धन मिल रहा था।जासूसों ने खुलासा किया कि पाक का पूरा ध्यान सेना के मूवमेंट, पेट्रोलियम पाइप लाइनों, नहरों, हेलीपेड की जानकारी जुटाने पर रहता है। जासूसों ने राज्य में हुए परमाणु विस्फोट से जुड़ी जानकारियां भी पाक को मुहैया करवाई हैं। अभियुक्तों के कब्जे से मोबाइल सिम, डायरी तथा अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अतिरिक्त महानिदेशक (खुफिया) एम।के। देवराजन ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त आभन खां (47) तथा मोरे खां उर्फ भोरे खां (32) जैसलमेर की खुयाला की ढाणी के रहने वाले हैं।

अलग-अलग भेजते थे सूचनाएं

दोनों जासूस एक ही ढाणी के रहने वाले और रिश्तेदार हैं, लेकिन उन्हें आपस में एक-दूसरे की सूचनाएं भेजने की जानकारी नहीं थी। वे अलग-अलग अधिकारियों को सूचनाएं देते थे, लेकिन राज्य खुफिया पुलिस को सूचना मिली है कि सर्वोच्च अधिकारी एक ही है।

खाड़ी से मिलता था धन

आभन खां के बैंक खाते में दो बार में 17 हजार एवं मोरे खां के खाते में एक बार में आठ हजार रूपए खाड़ी देशों से जमा करवाए गए। पिछले पखवाड़े बीकानेर से पकड़े गए साजिद उर्फ लखन के खाते में भी खाड़ी देशों से ही धन जमा करवाया गया था। पहले भी पकड़ा था खुयाला की ढाणी के ही मौला बक्स उर्फ मोजिया को जासूसी के आरोप में वर्ष 05 में पकड़ा गया था। वह निचली अदालत से बरी हो चुका है। उसके खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील विचाराधीन है।

पाकिस्तान में आए थे सम्पर्क में

आभनखां अगस्त 2007 से नवम्बर 2007 तक पाक में अपनी बहिन से मिलने गया था, वहीं मोरे खां दिसम्बर 08 से जनवरी 09 के दौरान अपनी बुआ के लड़के से मिलने पाक गया था। वहां वे पाक खुफिया एजेन्सियों के अधिकारियों से मिले। मोटी रकम के लालच में दोनों ने भारत से पाक को सूचनाएं भेजना शुरू कर दिया।

स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका http://www.patrika.com/news.aspx?id=191631

गुरुवार, 18 जून 2009

Gujarat police tapping phones, alleges VHP

17 Jun 2009, 0419 hrs IST, PTI
AHMEDABAD: Vishwa Hindu Parishad (VHP) has alleged that Gujarat police is tapping the phones of its office-bearers including Dr Pravin Togadia,
general secretary of the body. "The Home Department had threatened our activists that thier phones are being tapped including that of Dr Togadia and other VHP and RSS leaders' phones," VHP leaders Dinesh Navadia and Utkarsh Patel said in a statement. According to VHP leaders, Surat police had arrested many VHP leaders before the Surat bandh call given by the organisation to protest the gangrape on a minor girl in the city. Police has threathend VHP activists during their detention. They said that tapping phone of any citizen is illegal and the State Home Department must apologise to those whose phones were tapped by its officials. "The Home Department must explain when and who gave them permission to tap the phones of its office-bearers and why they are being tapped?" they asked. It may be noted that following the gangrape incident in Surat, VHP had given Surat bandh call yesterday and many of its leaders and workers were detained by the police.

सुंदरबन मैं आर एस एस का राहत कार्य

http://www.rssonnet.org/index.php?option=com_content&task=view&id=105

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित