सोमवार, 2 नवंबर 2009

पश्चिम बंगाल में गो ग्राम यात्रा की खबरे


गो ग्राम यात्रा का इस्लामपुर में भव्य स्वागत


जाटी,उत्तर दिनाजपुर/कूचबिहार : विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा का शनिवार को इस्लामपुर में भव्य स्वागत किया गया। स्वागत समारोह का आयोजन इस्लामपुर अदालत मैदान में किया गया, जहां गो रक्षा के लिए एक जनसभा का आयोजन भी यात्रा समिति ने की। इस मंच से स्वामी व महाराज एवं संतों ने श्रद्धालुओं को संबोधित भी किया। गो सभा में झंडोतोलन दिगंबर पीठ अयोध्या के महाराज राम नारायण दास महाराज ने किया। इसके बाद विधिवत एक गाय की पूजन भी महाराज जी ने की। फिर बारी-बारी अन्य संतों ने भी गोपूजा की, जिसमें इस यात्रा समिति के राष्ट्रीय सचिव शंकर लाल अग्रवाल, महाराज आरएल वणजी क्षेत्रीय संयोजक व ग्राम विकास प्रमुख डा. दिनेश जी महाराज शामिल थे। सभा को संबोधित करते हुए राम नायक महाराज ने कहा कि गो की रक्षा से ही गांव और शहर, राज्य व देश की रक्षा हो सकती है। मगर अब गो रक्षा के लिए कोई पहल नहीं हो रही है। इसलिए गो रक्षा के लिए देशव्यापी यात्रा निकाली गई है। साथ ही एक हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। इस हस्ताक्षर को लेकर यह दल राष्ट्रपति से मिलकर गो को राष्ट्रीय पशु की मान्यता देने एवं सुरक्षा की मांग करेगा। जब तक यह नहीं हो जाता, उनलोगों का अभियान जारी रहेगा। महाराजा रणन्दु लाल महाराज ने कहा कि देश पर विदेशियों का आक्रमण व कब्जा हुआ, तभी से गो को खतरा हुआ। साथ ही हिन्दुओं का पतन शुरू हुआ। लोगों ने सभ्यता की रोशनी पूरे विश्व को दिखाया, मगर अपना अस्तित्व खतरा में पड़ गया, इसे बचाना ही होगा। सभा में इस्लामपुर के मर्चेन्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रतल लाल अग्रवाल, मर्चेट एसोसिएशन के प्रवक्ता दामोदर अग्रवाल, भाजपा नेता अपूर्व चक्रवर्ती के अलावा नरेन जैन समेत विभिन्न गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि यह दल साढे़ बारह बजे इस्लामपुर पहुंचा। इसके स्वागत के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के किनारे लोगों की भीड़ लगी थी। इस्लामपुर के पार्क मोड़ पर स्कूली छात्राओं व महिलाओं ने यात्रा दल पर फुल छिड़कर स्वागत किया। इस्लामपुर से पहले दल का सोनापुर और चोपड़ा में भी स्वागत किया गया। इस्लामपुर में खान-पान करने के बाद दल दालखोला के लिए रवाना हुआ। दालखोला में भी दल का भव्य स्वागत किया गया। कूचबिहार संवाददाता के अनुसार, विश्वमंगल गो ग्राम रथ शनिवार को कूचबिहार दो नंबर प्रखंड के पुंडीबाड़ी में पहुंचा। कूचबिहार के संयोजक निखिल रंजन दे ने बताया कि यह उपरथ है। मुख्य रथ जलपाईगुड़ी से दूसरी ओर चला गया है। बताया गया है कि कुरूक्षेत्र से शुरू निकला गो ग्राम रथ कुल एक सौ दिन घुमकर मकर संक्रांति के दिन नागपुर में सम्पन्न होगी। शनिवार को पुंडीबाड़ी में रथ को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

कालियागंज, मालदा, जाटी : विश्व मंगल गौ-ग्राम यात्रा का शनिवार को कालियागंज में गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर कालियागंज के नगरपाल अरूण दे सरकार, गौशाला के अध्यक्ष सुरेश कुमार सर्राफ, सचिव बनवारी लाल खेतावत समेत सहित गौशाला के सदस्यों ने रामनारायण दास महाराज एवं यात्रा समिति के राष्ट्रीय सचिव शंकर लाल अग्रवाल और अन्य संतों को माला पहनाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के अगले चरण में कालियागंज थाना मैदान में धर्म प्रेमियों ने यात्रा को आज भाव भीनी विदाई दी। इस गौ-ग्राम यात्रा के दर्शन के लिए अपार भीड़ सड़क के दोनों ओर कतारों में खड़ी थी। गौशाला परिसर में धर्मसभा को संबोधित करते हुए संत जी ने कहा कि गाय मात्र पशु न होकर उसमें देवता का निवास है। उसके रोम रोम में मातृत्व का वास है। आठों ऐश्वर्य लेकर लक्ष्मी देवी गाय के गोबर में निवास करती है। गौसेवा से देश रक्षा हो सकती है। हालांकि इस दिशा में कोई पहल होती नहीं दिखायी दे रही। इसलिए भारत की आध्यात्मिक शक्तियों के जागरण के लिए गोवंश की रक्षा एवं पूरे देश में सत्यम शिवं सुंदरम का आदर्श साकार हो सकता है। इसी के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। हस्ताक्षर अभियान के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर गाय को राष्ट्रीय पशु की मान्यता देने की मांग की जायेगी। इसी के लिए यह यात्रा निकाली गयी है।

विश्व मंगल गौ-ग्राम यात्रा रथ का रविवार को मालदा में आगमन होने पर उसका जोरदार स्वागत किया गया। आज सुबह जब यह यात्रा मालदा शहर के डीएसए मैदान में पहुंची तो इसे देखने के लिए स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं का तांता लग गया। उल्लेखनीय है कि विगत विजयादशमी के रोज इस विश्व मंगल गौ-ग्राम यात्रा का शुभारंभ हुआ और यह महाराष्ट्र के नागपुर में समाप्त होगी। ज्ञात हो कि इस यात्रा के आयोजन में विश्व गायत्री परिवार, पतंजलि योग पीठ और आर्ट आफ लिविंग के अलावा कई अन्य धार्मिक संस्थाएं सहभागी हैं। इस यात्रा की मुख्य मांगों में गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना है। मालदा जिले में इस यात्रा के प्रभारी असीम चक्रवर्ती ने बताया कि इस यात्रा का अगला पड़ाव मुर्शिदाबाद जिले का बहरमपुर है। उन्होंने बताया कि गाय बेहद उपयोगी प्राणी है जिसका हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। पौष्टिक दूध दही व घी के अलावा गाय के मूत्र व गोबर में औषधीय व खाद के गुण हैं जिनसे गाय का महत्व स्वाभाविक तौर पर बढ़ जाता है। गोबर से जहां खेत की उर्वरा शक्ति स्थायी रूप से बनी रहती है वहीं, इससे बिजली भी पैदा की जा रही है। श्री चक्रवर्ती ने गाय के महत्व को लेकर इसकी देश में बड़े पैमाने पर तस्करी और हत्या को तत्काल प्रभाव से बंद कराये जाने की मांग की है.


गोपालन के लिए घर में नहीं, दिल में जगह जरूरी : सीताराम केदिलाय


सिलीगुडी, अक्तूबर ३० – विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के अखिल भारतीय संयोजक सीताराम केदिलया ने कहा कि गोपालन के लिए घर में जगह होने से ज्यादा आवष्यक है कि गोमाता के लिए दिल में जगह हो । विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के लिए सिलीगुडी के हिन्दी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही । उन्होंने कहा कि आज मानव जाति ग्रामीण जीवन की उपेक्षा कर शहरी जीवन को अपना रहा है । जिसके कारण गाँवों का पतन तेजी से हो रहा है, गोवंश के समाप्तप्राय होने का सबसे बडा कारण यही है ।
सीताराम केदिलाय ने कहा कि आज आवश्यकता है कि प्रत्येक व्यक्ति गो माता के प्रति दिल में प्रेम रखें, शहरी जीवन में लिप्त लोगों को चाहिए कि वे गोशालाओं में अपनी गायों को पाले गोपालन के लिए आवश्यक नही कि घर में जगह हों । उन्होंने कहा कि आज भारत में गोवंश की उपेक्षा हमारी सबसे बडी कमजोरी है । यदि इसी तरह गोवंश कटना रहा तो भारत देश अन्य कमजोर देशों की पंक्ति में खडा होगा ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की शिक्षा नीति, आर्थिक नीति, कृषि नीति, जीवन शैली सब विदेशी हो चुकी है । यह दुखद है आज का मानव अपनी पुरातन संस्कृति को भूलता जा रहा हैं । याद रखता है तो बस विदेशी अनुसरण की हुई बातें ।
केदिलाय ने कहा कि गोहत्या के सबसे बडे कारक हम स्वयं है जबसे हमने कृषि में रासायनिक खादों ट्रैक्टर का प्रयोग लाने लगें गोवंश तो तभी से ही समाप्तप्राय की ओर चल चुका था लेकिन आज वह अपनी मंजिल के करीब है । उन्होंने लोगों से गो संरक्षण की अपील करते हुए कहा कि देश की आर्थिक नीति, कृषि नीति एवं जीवन शैली गोआधारित होनी चाहिए । जिससे भारत एक बार फिर से सोने की चिडिया के रूप में संपूर्ण विश्व में ख्याती प्राप्त कर चुकें ।
विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा कुरुक्षेत्र से शुरू होकर कई राज्यों से होते हुए आज शम पश्चिम बंगाल के सिलीगुडी पहुंची । यहाँ पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया । स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा पुश्प वर्षा कर यात्रा का अविस्मरणीय स्वागत किया गया । यात्रा के आगमन के बाद कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने पारंपरिक रूप से गोपूजन किया । कार्यक्रम में अयोध्या के स्वामी रामनयन दास, परमानंद पीठ के संत स्वामी सुंदरानंद गिरी, विश्व ग्राम यात्रा के राष्ट्रीय सचिव शंकरलाल एवं गो ग्राम यात्रा के प्रमुख मनोज के साथ करीब तीन हजार से ज्यादा गोभक्तों ने गोसंवर्धन का संकल्प लिया ।
गो ग्राम यात्रा इससे पहले फसीवाडा, जलपाईगुडी होते हुए शाम सिलीगुडी पहुंची ।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित