बुधवार, 4 नवंबर 2009

अलख जगा रही है - विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा






विश्वमंगल गौ-ग्राम यात्रा का भव्य स्वागत



कोलकाता। भारतीय संस्कृति में गो संरक्षण व संवर्धन के आदर्श को जन जन तक पहुंचाने तथा गोहत्या के खिलाफ बने कानून को गंभीरता से लागू किये जाने की मांग को लेकर निकाली गयी विश्वमंगल गो-ग्राम यात्रा का आज बड़ाबाजार पहुंचने पर नागरिकों ने भव्य स्वागत किया। गत विजयादशमी को हरियाणा के कुरूक्षेत्र से शुरू हुई यह यात्रा लगभग 10 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर आज सुबह गिरीश पार्क पहुंची जहां से भव्य शोभायात्रा के स्वरूप में यह विवेकानन्द रोड, कालीकृष्ण टैगोर स्ट्रीट मालापाड़ा होते हुए सत्यनारायण पार्क पहुंची। बड़ाबाजार के विभिन्न अंचलों के नागरिक यात्रा का दर्शन करने पहुंचे। इनमें महिलायें भी बड़ी संख्या में शामिल थीं। रथ में गो रक्षा के संदेश को लोगों ने पढ़ा देवी देवताओं की आरती की तथा दान दिये। यात्रा के साथ शुरू हुए जन हस्ताक्षर अभियान में भी लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
गोरक्षा पर जागरूकता फैलाने वाले करीब एक दर्जन सुसज्जित वाहनों के काफिले के आगे आगे मुख्य रथ चल रहा था। भगवान श्रीकृष्ण के गो पालन व प्रेम को दर्शाते वाले इस रथ को प्राचीन मंदिर की तर्ज पर तैयार किया गया था। इसी के साथ भारतीय संस्कृति व आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में गाय की महत्ता को प्रस्तुत करने वाले कई वाहन हैं। सत्यनारायण पार्क पहुंचने पर शोभायात्रा धार्मिक सभा में तब्दील हो गयी। सभा को सम्बोधित करते हुए रामजन्म भूमि न्यास परिषद के संस्थापक सदस्य रामबिलास दासजी ने कहा कि सिर्फ भारतीय संस्कृति में ही नहीं बल्कि आधुनिक विज्ञान के शोधों में भी गाय का महत्व साबित हुआ है। यह भारतीय ग्रामीण जीवन का आधार है लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार की उदासीनता के कारण गो हत्या लगातार जारी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद इसे नहीं रोका जा रहा है। उन्होंने बड़ाबाजार के नागरिकों से अपील की कि वे अपने स्तर पर गो रक्षा कार्यक्रम को आगे बढ़ायें और इसके लिये राज्य सरकार को बार बार ज्ञापन सौंपे तथा गौ रक्षा जागरूकता सभायें आयोजित करें। इस मौके पर धर्माचार्य देवानन्द ब्रह्मचारी ने कहा कि देश की आर्थिक सुरक्षा के लिये हमे गो और ग्राम की रक्षा करनी होगी। आज भी गांवों में रहने वाले अनेक भूमिहीन परिवार गो पालन के जरिये अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। भौतिक वैज्ञानिक डा। एचआर नागेन्द्र ने कहा कि गो रक्षा पर संविधान में स्पष्ट निर्देश है फिर भी सरकार इसे मानने में उदासीन है। इस बारे में सरकार से अपेक्षा न कर देश भर में जन आन्दोलन चलाने का उन्होंने आह्वान किया। सभा को जुगलकिशोर जैथलिया, लक्ष्मीकांत तिवारी, शांतिलाल जैन, ब्रह्मानन्द बंग आदि ने संबोधित किया। गो ग्राम यात्रा के पश्चिम कोलकाता उपाध्यक्ष शांतिलाल जैन ने बताया कि रथ यात्रा कोलकाता से हावड़ा होते हुए झारखंड रवाना होगी। अगले वर्ष 17 जनवरी को नागपुर में भव्य सभा के साथ इसका समापन होगा। यात्रा के समापन पर 10 करोड़ से अधिक हस्ताक्षर राष्ट्रपति को भेजे जायेंगे।



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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित