रविवार, 15 नवंबर 2009

विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के स्वागत में उमडा भारी जनसमूह

वरदण्णपेट, नवंबर १४ – विश्व मंगल की कामना लेकर विजयदशमी के दिन कुरुक्षेत्र से शुरू होकर विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा भारत के विभिन्न राज्यों से होते हुए पिछले दो दिनों से आंध्रप्रदेश में है । आज सुबह आंध्रप्रदेश के विजयवाडा से चलकर गो ग्राम यात्रा जग्गंपेट, खम्मम, तुरूर होते हुए शाम वर्धमानपेट पहुंची । गो ग्राम यात्रा के स्वागत में यूं तो जगह जगह लोग भारी संख्या में मौजूद थे ।

लेकिन गो ग्राम यात्रा के स्वागत के लिए वर्दण्णपेट में भारी जनसमूह एकत्रित हुआ । गो ग्राम यात्रा तरूर में कार्यक्रम के बाद शाम सात बजे वरदण्णपेट पहुंची । गो ग्राम यात्रा के स्वागत के लिए सडकों पर भारी संख्या में महिलाएँ थाली में दीप जलाएँ खडी थी । साथ ही पुरुशों ने पारंपरिक रूप से ढोल व षहनाई बजा कर यात्रा क स्वागत कर रथ पूजन किया ।

इससे पहले मरिपेडु में भी गो ग्राम यात्रा का स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया । गो ग्राम यात्रा के स्वागत के लिए मरिपेडु की सडक पर हजारों की संख्या में लोग रथ के पूजन व स्वागत के लिए उपस्थित थे । जिनमें पुरुश, महिलाओं के साथ भारी संख्या में स्कूली छात्र छात्रा भी शामिल थें । मरिपेडु में गो ग्राम यात्रा का केवल मात्र स्वागत होना था लेकिन लोगों के उत्साह व यात्रा के दर्शन के लिए उपस्थित हुए भारी जनसमूह के आग्रह पर छोटे से कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को गो संरक्षण हेतु संकल्प कराया गया ।

गो ग्राम यात्रा के लिए वरदण्णपेट के अंबेडकर सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में भारी संख्य़ा में लोगों ने कार्यक्रम में मौजूद होकर केंद्रीय यात्रा के साथ चल रहे संतों का आशीर्वचन लेते हुए गो संरक्षण का संकल्प भी किया ।

विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के लिए वरदण्णपेट में आयोजित कार्यक्रम में जनसमूह को संबोधित करते हुए वनवासी महाराज स्वामी संग्राम सिंह ने कहा कि देश में गो पुरातन की भांति फिर से पूजित होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि आज का मानव नीचता की हद पार कर चुका है जो कि माँ समान गाय की निर्ममता से हत्या करता है ।

स्वामी संग्राम ने कहा कि गाय संपूर्ण जगत का लालन पालन करती है, गाय कभी किसी को भेदभाव से दूध नहीं देती जबकि उसका दूध हिन्दू के लिए भी और मुसलमान के लिए भी । सभी धर्म व जाति के लोग गाय के दूध का सेवन करते है उसके गोमूत्र से बनी दवाइयों का प्रयोग कर रोगों को दूर भगाते हैं । मातृत्व प्रेम की मूर्ति गाय किसी के साथ भेदभाव नहीं अपनाती लेकिन फिर भी हम गाय को आधुनिक कल्लखानों में निर्ममता से कटने के लिए बेच देतें हैं ।

गो ग्राम यात्रा के लिए आयोजित कार्यक्रम में यात्रा के साथ आए संतों के साथ विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के राष्ट्रीय सचिव शंकरलाल, यात्रा के प्रमुख के.ई.एन. राघवन, गो ग्राम यात्रा के मीडिया प्रभारी आशुतोश एवं सीएच.एस. भट के साथ भारी संख्या में जनसमूह मौजूद था । गो ग्राम यात्रा आज का विश्राम वारंगल में कर अगले दिन सुबह हैदराबाद के लिए प्रस्थान करेगी ।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित