शुक्रवार, 6 नवंबर 2009

गौ ग्राम यात्रा अभियान तेज

राम स्नेही संत श्री राजाराम जी महाराज, गुरो का तालाब , जोधपुर हस्ताक्षर करते हुए

जोधपुर.५ नवम्बर ०९ । विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा समिति की ओर से गौ संरक्षण संवर्धन के लिए चलाया जा रहा विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा अभियान दिनोंदिन तेजी पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को पावटा, महामंदिर, बीजेएस में समिति के कार्यकर्ताओं ने घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने पत्रक भी बांटे।अभियान के तहत शिक्षण संस्थाओं में गौ रक्षण चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। इसके साथ ही विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया कि कचरा व पॉलीथिन न फैलाएं ताकि गायों के स्वास्थ्य को नुकसान न पहुंचे। समिति की ओर से सेंट पीटर स्कूल व सेंट बर्ड्स स्कूल में चित्र प्रदर्शनी लगाई गई।सेंटर पीटर स्कूल के संस्था प्रधान भवानीसिंह राठौड़ व सेंट बर्ड्स स्कूल के संस्था प्रधान संतोषसिंह तंवर ने सहयोग देने की घोषणा की। कार्यक्रम में श्यामप्रकाश शर्म, बंशीलाल, राधेश्याम, करणसिंह ने भाग लिया। शुक्रवार को सुबह आठ बजे ग्रीन स्लीव स्कूल, बीजेएस न्यू कॉलोनी में प्रदर्शनी लगाई जाएगी।इसी तरह राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने भी हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। गीता भवन में हुए समारोह में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशनगोपाल जोशी ने कहा कि भारत की आत्मा ग्राम व ग्राम का किसान, किसान का आधार कृषि और कृषि की आधार गौ माता है। विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा के माध्यम से जन जागरण अभियान में सहभागी बनकर गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करवाने एवं गोवंश की रक्षार्थ केंद्रीय कानून बनवाने में अपनी अहम भूमिका निर्वाह करना चाहिए। कार्यक्रम में संघ के महानगर मंत्री मांगीलाल मेघवाल, जगदीश वैष्णव, छितरसिंह आदि ने भाग लिया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गौ संरक्षण व संवर्धन के लिए चलाए जा रहे विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा के अभियान के तहत रैली निकालकर हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विवि पुराना परिसर में छात्र संगोष्ठी हुई। इसकी अध्यक्षता डॉ. ललित गुप्ता, विशिष्ट अतिथि डॉ. एमसी तातेड़ व डॉ. अनिल वर्मा थे। मुख्य वक्ता वीरेन्द्रसिंह सोढ़ा ने कहा कि गौ माता ममता का महासागर है। देश में कभी घी दूध की नदियां बहती थीं। तब भारत सोने की चिड़िया, विश्व गुरु कहलाता था। आज देश में कत्लखाने खुल गए हैं। गायों की तस्करी हो रही है। इसे बदलना होगा। इस दौरान चंद्रवीरसिंह बड़ला, महिपालसिंह, वीरेन्द्रसिंह आदि ने संबोधित किया।


विश्व मंगल गो ग्राम उप यात्रा शुरू


पोकरण। ५ नवम्बर ०९। विश्व मंगल गो ग्राम उप यात्रा पोकरण क्षेत्र का गुरूवार को स्थानीय सालमसागर तालाब पर गो माता की प्रतिमा व रथ पूजन के साथ शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर महर्षि कपिल आट्र्स गुरूकुल कोलायत के कुलपति आचार्य शिवकुमार शास्त्री ने दीप प्रजवलित कर पूजा-अर्चना कर यात्रा को रवाना किया। इस मौके पर यात्रा के तहसील संयोजक खेताराम लीलड, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक बाबूलाल, संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता चिरंजीलाल पालीवाल, तुलछाराम भील व अन्य कई लोग उपस्थित थे।
यात्रा के सबसे पहले मोराणी गांव पहुंचने पर ग्रामीणों व महिलाओं द्वारा मंगल कलश व ढोल नगाडों के साथ स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने यात्रा के साथ रथ में सजाई गई गो माता की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की। गांव में आयोजित इस यात्रा के दौरान उपस्थित लोगों को संबोघित करते हुए संघ के जिला प्रचारक बाबूलाल ने कहा कि हिन्दू धर्म संस्कृति में जन्मदात्री माता, धरती माता, गंगा माता व गो माता सहित चार माताएं बताई गई है। जो मानव जीवन को जिंदा रखने के लिए सब कुछ देती है।
उन्होंने कहा कि गो माता की सींग पर धरती टिकी हुई है तथा उसके शरीर में 33 करोड देवी देवताओं का वास है। जिसकी पूजा मात्र से सभी देवताओं की पूजा संपन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि उसी गो माता का अस्तित्व आज खतरे में है। देश के संतों ने गाय को बचाने के लिए अभियान प्रारंभ किया है। इस यज्ञ मे सभी व्यक्तियों को आहूति देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां गाय के आंसू गिरते है, वहां भीषण अकाल की स्थिति पैदा हो जाती है तथा जहां गाय का खून पडता है, वहां प्रलय हो जाता है।
ग्राम सभाओं को संबोघित करते हुए आचार्य शास्त्री ने कहा कि जिस देश में गाय के प्रति उदासीनता व उस पर अत्याचार होते है, वहां देवताओं की कुदृष्टि से नाना प्रकार के संकट आते है। यात्रा का गुरूवार को पहले दिन मोराणी, डिडाणिया, पुरोहितसर, लवां, धूडसर, ऊजला, झलारिया, बारठ का गांव, मेडवा, पदरोडा, रातडिया, झाबरा व भणियाणा में ग्रामीणों ने स्वागत किया।


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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित