शनिवार, 20 फ़रवरी 2010

वायुशक्ति का फुल ड्रेस रिहर्सल 24 को

जोधपुर। पोकरण स्थित वायुसेना की चान्धण फील्ड फायरिंग रेंज में लगभग छह वर्ष बाद हो रहे भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास 'वायुशक्ति-2010' की जोरदार तैयारियां की जा रही है। वायुसेना के प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में वायुशक्ति का 25 फरवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल किया जाएगा।
प्रतिरक्षा सूत्रों के अनुसार आगामी 28 फरवरी शाम शुरू होने वाला युद्धाभ्यास इस बार कई विशेषताओं वाला होगा। पहला तो वायुसेना पहली बार रात के अन्धेरे में अपनी प्रहारक क्षमता का प्रदर्शन करेगी, वहीं समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय रक्षा सेनाओं की सुप्रीम कमाण्डर और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का आगमन भी पहली बार हो रहा है। इसके मद्देनजर इस बार युद्धाभ्यास की खास तैयारियां की जा रही है।
वायुसेना की गांधीनगर (गुजरात) स्थित दक्षिण-पश्चिम वायुकमान (दपवाक) की मेजबानी में हो रहे युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना की अग्र्रिम पंक्ति के लडाकू विमान शामिल होंगे। इनके अलावा लडाकू हेलिकॉप्टर एमआई-35 भी युद्धाभ्यास में बम वर्षा करते दिखाई देगा। सुखोई-30, मिराज, जगुआर, मिग शृंखला के सभी विमान और लडाकू हेलिकॉप्टर फुलड्रेस रिहर्सल में भी शामिल होंगे।
दपवाक के अधिकारी इसकी तैयारी में लगे हुए हैं। नई दिल्ली स्थित वायुसेना मुख्यालय व गांधीनगर से आए वायुसेना अधिकारियों ने शुक्रवार को फायरिंग रेंज में तैयारियों का जायजा लिया।
रात को पहली
बारयुद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के युद्धक विमान पहली बार होली की 'फुल मून नाइट' में दुश्मन के काल्पिनक ठिकानों पर बम-वर्षा कर अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। वायुसेना के इतिहास में पहली बार कोई 'डे-नाइट' युद्धाभ्यास हो रहा है। फुल ड्रेस रिहर्सल भी डे-नाइट ही होगा। युद्धाभ्यास 28 फरवरी की शाम पांच बजे शुरू होगा और रात आठ बजे तक चलेगा। इस दौरान राष्ट्रपति के साथ रक्षा मंत्री ए.के. एन्टनी, तीनों सेनाध्यक्ष व मित्र राष्ट्रों के रक्षा अटैची भी मौजूद रहेंगे।
इनका कहना है
'युद्धाभ्यास वायुशक्ति-2010 की तैयारियां जोरशोर से चल रही है। इसका फुलड्रेस रिहर्सल 24 फरवरी को किया जाएगा।'-ग्र्रुप कैप्टन एमजी मेहता, प्रवक्ता दपवाक, गांधीनगर

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित