गुरुवार, 17 जून 2010

राजा दाहरसेन का बलिदान दिवस मनाया

पाली 16 june 2010. भारतीय सिंधु सभा के तत्वावधान में समाज बंधुओं ने सिंधुपति राजा दाहरसेन का बलिदान दिवस मनाया गया। बुधवार को सिंधु धर्मशाला में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम में राजा दाहरसेन के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। सभाध्यक्ष शीतल भाई शीतल ने कहा कि दाहरसेन विश्व इतिहास के ऐसे सच्चे महापुरुष थे, जिन्होंने अंतिम सांस तक संस्कृति की रक्षा के लिए संघर्ष कर प्राणों का उत्सर्ग कर दिया। समाजसेवी सतराम दास इसराणी ने कहा कि विश्व के पहले जौहर का यदि उदाहरण मिलता है तो वह राजा दाहरसेन की रानी का ही है। पूर्व पार्षद ललित प्रीतमानी ने उनके आदर्शों को अपनी जीवन में उतारने का आव्हान करते हुए राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा तैयार रहने की अपील की। इस अवसर पर सभा मंत्री राधाकिशन शिवनानी, तुलसीदास संभावनी, प्रकाश सीरवानी, ललित अंगनानी, भागु भाई खेमलानी, दयाल भाई, हेमंत परीवानी सहित कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त कर सिंधुपति राजा को पुष्पांजलि अर्पित की।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित