मंगलवार, 31 अगस्त 2010

लेह-लद्दाख राहत-पुनर्वास हेतु गुजरात सेवा भारती की एक करोड रु. की सहायता


लेह में बादल फटने से भयंकर तबाही हुई है। लोगों की जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा ने लोगों को झकझोर दिया है, लोगों के पुर्नवास के लिए सेवा भारती के माध्यम से अनवरत प्रयास चल रहा है। इस अभियान हेतु गुजरात प्रांत सेवा भारती के ट्रस्टी श्री प्रवीन भाई मणियार जी ने राहत एवं पुनर्वास हेतु एक करोड़ रुपये की राशि ‘‘लद्दाख आपदा सहायता कोष सेवा भारती’’ में जमा की।

इस निमित्त एक सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन सेवा भारती के दिल्ली प्रदेश कार्यालय गोल मार्किट नई दिल्ली में किया गया। कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में बादल फटने से हुई जान-माल की क्षति को वीडियो द्वारा प्रदर्शित किया गया। वहां के प्रांत सेवा प्रमुख तथा इस आपदा के प्रत्यक्षदर्शी श्री जयदेव जी ने लेह की स्थिति के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस विनाश लीला में 205 लोगों की अकाल मृत्यु हुई, 250 से ज्यादा गुमशुदा हैं, 230 लोग घायल हैं 23 आर्मी के जवानों की मृत्यु तथा 12 आर्मी जवान लापता हैं। कई जगह मलबा 5 से 8 फीट तक पड़ा है जिनमें अभी भी सैकड़ों लोग दबे पड़े हैं।
आगामी योजना
सेवा भारती की विशेष योजना के तहत लद्दाख क्षेत्र में 100 घरों का निर्माण किया जाएगा, लेह में लगभग 50 घरों के पुर्नवास की योजना है। 100 मवेशियों के घर बनाए जाएंगे। अनाथ बच्चों को गोद लिया जाएगा तथा उनकी शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। विधवा बेसहारा को भी सहयोग करेंगे। पूल-नहर (सिंचाई के लिए) बनायेंगे। इन सभी पर 2.5 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सभी योजनाओं के लिए सेवा भारती सतत् प्रयासरत है। इसके अलावा दिल्ली सेवा भारती ने 25 लद्दाखी अनाथ बच्चों का शिक्षा तथा लालन-पालन का दायित्व लिया है। कार्यक्रम में रा.स्व.संघ दिल्ली प्रान्त संघचालक श्री. रमेश प्रकाश जी, सेवा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. सूर्य प्रकाश टोंक, राष्ट्रीय सेवा भारती के महामंत्री श्री. ऋषिपाल डडवाल जी, दिल्ली प्रांत सेवा प्रमुख श्री. अजय जी, तथा बड़ी संख्या में सेवा भारती से माताएं व बहिनें उपस्थित थीं।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित