शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2011

सत्ताधीश घुसपैठ को वोट के नाम पर स्वीकारना बंद करें - मान. संजय जी, क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख


हिन्दू आबादी का प्रतिशत जहां भी घटा है वहां देश के अलगाव की बात उठी है। वह चाहे कश्मीर हो या वेस्ट बंगाल या फिर हो आसाम। राष्ट्र भक्त इसे स्वीकार नहीं कर सकता। सत्ताधीश वोट के नाम पर इन्हें स्वीकारना बंद करें। देश में आज चार करोड़ बांग्लादेशी हैं। इन्हें वापस भेजा जाए। यह कहना है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक संजयजी का। भास्कर से गुरुवार को हुई खास मुलाकात में उन्होंने संघ की मौजूदा दशा और दिशा पर लोगों के जेहन में उठ रहे सवालों पर बेबाक कहा। संजयजी बोले संघ को बदनाम करना कांग्रेस का विशुद्ध राजनीतिक षडयंत्र है। ऐसा नहीं कि कांग्रेस के टार्गेट पर संघ आज आया है। सन् 1948 से कांग्रेस इसी काम में लगी हुई है। गांधीजी की हत्या के समय में भी संघ टार्गेट पर था। उसके बाद भी लगातार। अजमेर दरगाह ब्लास्ट का मसला हो या अन्य, झूठे आरोप और दुष्प्रचार कब तक चलेंगे। समाज के सामने शाखा लगाकर राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र निर्माण की बात करने वाला संघ सद्प्रचार की किसी से आशा रखता है न आकांक्षा। नई पीढ़ी में संघ और शाखा के प्रति हो रहे मोहभंग को संजयजी ने सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं का मोह भंग नहीं हुआ मौजूदा हालातों में बढ़ा है। संघ की शाखाओं में अस्सी प्रतिशत युवा हैं, बीस प्रतिशत बच्चे और बुजुर्ग। संघ का मूल शाखाओं के माध्यम से व्यक्तित्व निर्माण और संगठनात्मक काम करना है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारों से प्रेरित देश में बत्तीस संगठन हैं। सभी देश में अपने— अपने क्षेत्र में काम करते हैं। संघ उन पर नियंत्रण नहीं करता। भाजपा पर नियंत्रण और उसको नेतृत्व देने का तो कोई सवाल ही नहीं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कश्मीर देश का अखण्ड हिस्सा है , धारा 370 को हटाया जाना है और अयोध्या में राममंदिर निर्माण होना है। इन तीनों विषयों पर संघ का जनजागरण सत्त जारी है। इन मुद्दों को न संघ ने कभी भुलाया है न समाज ने। अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला इसी का परिणाम है। राममंदिर के मसले पर संघ, संत उच्चाधिकार समिति के निर्णय के साथ है। संघ का मानना है कि वहां राममंदिर बनना चाहिए। जैसे सोमनाथ का निर्माण हुआ था। संसद में विधेयक पारित होकर मंदिर बने। राममंदिर निर्माण तो देश के स्वाभिमान का विषय है। इसमें सबकी सहमति होनी ही चाहिए। दुनिया की कोई ताकत इसे रोक नहीं सकती। संघ उस दौर को देख रहा है जहां अपने आराध्यों की पुनप्रतिष्ठा समाज कर रहा है। संजयजी ने कहा कि सत्ता के लिए कोई बड़ा जनआंदोलन खड़ा करना संघ का कभी मकसद नहीं रहा। संघ देश हित के मुद्दों पर जनजागरण करता है। जागृत व्यक्ति समाज में अच्छा काम अपने आप करेगा। संघ प्रमुख मोहनभागवत का अजमेर प्रवास होने से कार्यकर्ता की संभाल हुई है और मार्गदर्शन मिला है। अंत में संजयजी ने कहा कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहे। देश निर्माण के काम में लगा हो यह प्रयोग होने चाहिए। सरकारें इसके लिए आगे आए। संघ ऐसे अच्छे कामों का हमेशा समर्थन करेगा
source:
http://epaper.bhaskar.com/epapermain.aspx?edcode=15&eddate=2/4/2011&querypage=2

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित