मंगलवार, 27 सितंबर 2011

sabhar : dainik bhaskar
जोधपुर . स्वदेशी जागरण मंच तथा स्टेनलेस स्टील री -रोलेर्स एशोशिएशन के संयुक्त तातावाधन में चीन एक आर्थिक एवं सामरिक संकट विषयक गोष्टी का आयोजन स्थानीय मेडिकल कॉलेज आडिटोरियम में आज सम्पन्न हुआ. गोष्टी के मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक तथा विचारक भगवती प्रसाद जी थे.

गोष्टी के कुछ द्रश्य




‘भारत के लिए संकट बन रहा है चीन’


नागौर .
महत्वकांक्षा के कारण भारत के लिए चीन सामरिक व आर्थिक संकट बनता जा रहा है। भारतवासी शासन पर जनदबाव बना कर इस संकट से देश को उबार सकते हैं। रामपोल में बुधवार को स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में ‘चीन एक सुरक्षा संकट’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में स्वदेशी विचारक जसवंत खत्री ने कही।
महंत संपतराम महाराज के पावन सान्निध्य में पूर्व डिप्टी कमांडेंट सीआरपीएफ मालूराम गोदारा की अध्यक्षता में हुई गोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख नंदलाल जोशी द्वारा मार्गदर्शन किया गया। खत्री ने कहा कि चीन द्वारा कश्मीर व अरुणाचल प्रदेश की भूमिका का अनाधिकृत रूप से हथियाने के बाद आर्थिक आक्रमण किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में जानकीदास महाराज क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख नंदलाल जोशी ने विचार रखे। संचालन सुखवंत खत्री ने किया। हेमंत जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया।

भीनमाल स्वदेशी जागरण मंच की ओर से सोमवार शाम को विकास भवन में चीन एक सुरक्षा संकट विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता मंच के प्रांतीय सेवा प्रमुख अजय गुप्ता ने वर्तमान समय में देश पर मंडराते चीनी संकट पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए इसके घातक दुष्परिणामों से अवगत करवाया। गुप्ता ने बताया कि चीनी उत्पादक भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़े घातक साबित हो रहे हैं। उन्होंने चीन द्वारा सामरिक और आर्थिक दृष्टि से ड्रेगन भारत को अपने शिकंजे में जकडऩे का प्रयास करना बताया।
गुप्ता ने कहा कि चीन ने पूर्वोत्तर राज्यों को सूखा ग्रसित करने के लिए ब्रह्मपुत्र नदी को अवरुद्ध करने के उद्देश्य से उस पर बांध का निर्माण करवा रहा है। वहीं अरुणाचल प्रदेश को भी अपने देश का हिस्सा बताया जा रहा है। उन्होंने देश पर मंडराते चीनी संकट से मुक्ति के लिए चीन की विस्तारवादी, उपनिवेशवादी नीति और उसकी कुत्सित चालों को समझने की आवश्यकता जताई। अंत में गुप्ता ने चीनी उत्पादकों का बहिष्कार कर स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का आह्वान किया। डा. अमृत पटनी ने चीनी नीति की आलोचना करते हुए इस नीति को हिन्दूस्तान के लिए घातक बताया। साथ ही सभी देशवासियों को स्वदेशी अपनाकर देश को बचाने की अपील की।

तहसील संयोजक गुलाबसिंह ने आभार व्यक्त किया। जबकि महिपालसिंह राव द्वारा काव्य गीत के माध्यम से स्वदेशी अपनाने और देश को बचाने की अपील कर श्रौताओं की जमकर तालियां बटौरी। मंच का संचालन भावेश ने किया।

इस अवसर पर जिला संघ चालक श्रवणकुमार मोदी, भाजपा पशुपालन प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष खेमराज देसाई, पूर्व प्रधान मुरारदान चारण, अधिशाषी अभियंता बीएल सुथार, भाजपा मंडल महामंत्री आंबाराम चौधरी, जोरावरसिंह राव, भाजपा नगरध्यक्ष दिनेश दवे नेता, पूर्व नगरध्यक्ष गुमानसिंह राव, प्रताप पुरोहित, एबीवीपी प्रदेश प्रतिनिधि अशोकसिंह ओपावत, वचनाराम मेघवाल, अशोक सोनी, मफाराम, रमेश रावल, नरेन्द्र आचार्य, चेलाराम, संजीव माथुर, सतीश दुआ, घनश्याम दवे, सूर्यप्रकाश शर्मा, भरतसिंह राव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

भीनमाल. विचार गोष्ठी में मौजूद नागरिक।

चीन निर्मित वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प
रोहट स्वदेशी जागरण मंच द्वारा ‘चीन एक सुरक्षा संकट’ विषय पर कस्बे के आदर्श विद्या मंदिर कंसारों के मठ में गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें मुख्य अतिथि एसडीएम चूनाराम विश्नोई व मुख्य वक्ता बैंक अधिकारी ललित शर्मा ने उपस्थित जनों को आगामी समय में चीन से होने वाले खतरे के प्रति सावधान करते हुए वहां निर्मित वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प दिलाया।

दीप प्रज्वलन से शुभारंभ : गोष्ठी का शुभारंभ विश्नोई ने दीप प्रज्वलित कर किया। बालिका करिश्मा गोयल, हिमांगी कंसारा व दीपिका वैष्णव ने दीप मंत्र ‘दीप: ज्योति पर ज्योति’ प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता शर्मा ने अपने संबोधन में चीन द्वारा भारत के विरुद्ध किए जा रहे षड्यंत्र व द्वेषतापूर्ण कारनामे को सामने रखा। उन्होंने बताया कि चीन द्वारा भारत की सीमाओं में घुसपैठ की जा रही है। विश्व समुदाय को बताने के लिए अवैध अतिक्रमण के सबूत भी बताए गए हैं। भारत की चारों तरफ से घेराबंदी करने के लिए वह पड़ोसी देशों में अपने बंदरगाह, सैनिक अड्डे, रेलवे लाइन बिछाने आदि के कार्य करते हुए उन्हें भारत के विरोध में खड़ा करने की कोशिशें कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत को नीचा दिखाने के कृत्य किए जा रहे हैं। यही नहीं, भारत की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाने के कार्य योजनाबद्ध तरीकों से कर रहा है, जिसमें चीन की कंपनियों द्वारा भारत में सस्ते टेंडर भरकर संवेदनशील क्षेत्रों में कार्य भी भारत की सुरक्षा के लिए खतरा है। चीन निर्मित उत्पाद खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स, दूध पाउडर, मोबाइल आदि सामग्री घटिया व अन्य लिहाज से भी खतरनाक हैं। स्वदेशी वस्तुएं इस्तेमाल का आग्रह : मुख्य अतिथि विश्नोई ने कहा कि हम सबको मजबूत बनना है, इसके लिए समाज में व्यक्ति निर्माण के कार्य करने होंगे। इसके लिए संकल्प लेना होगा, व्यक्ति निर्माण से ही परिवार व समाज का निर्माण होगा। देश व समाज के अच्छे मुद्दों पर हमें मनन व चिंतन करना होगा। जीवन में स्वदेशी का व्रत धारण करने के लिए उन्होंने आगाह किया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम् गीत के साथ हुआ। इस अवसर पर बालचंद शर्मा, प्रह्लाद चंद प्रजापत, मांगीलाल दवे, शांतिलाल सोनी, जवरीलाल कंसारा, इंदर सिंह गहलोत, केसर सिंह परिहार, पारस लखारा, केसर सिंह सिसोदिया आदि उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित