तनोट, जैसलमेर ३ अक्टूबर . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक पूजनीय मोहन जी भागवत ने तनोट राय माता जी की पूजा अर्चना कर राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा की कामना की. उल्लेखनीय है की तनोट राय माता जी के बारे में कहा जाता है की १९६५ के युद्ध के दौरान पाकिस्तान द्वारा डाले गए सभी बमों को निष्क्रिय कर दिया था. इन बमों को आज भी मंदिर में सुरक्षित रखा गया है.
पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत तनोत माता मंदिर में |
सीमावर्ती क्षेत्र में विशेष रूप से पाई जाने वाली सेवन घास को भी देखा और उसको विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया. उल्लेखनीय है की सेवन घास गाय के लिए उत्तम पौष्टिक आहार माना जाता है
सरसंघचालक मोहन जी भागवत ने लोगेवाला सीमा पर हिंदुस्तान के जवानों द्वारा पकडे गए टैंको को भी देखा.
पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत तनोत माता की पूजा करते हुए साथ में प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जी |
पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भगवत को स्मृति चिन्ह भेट करते सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी |
पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत की अगवानी सीमा सुरक्षा बलों के अधिकारीयों ने की . सीमा सुरक्षा बलों के अधिकारीयों से वार्तालाप करते हुए सरसंघचालक जी ने अधिकारीयों एवं जवानों के त्याग की भरी भूरी प्रशंसा की. अधिकारीयों ने भी सीमाजन कल्याण समिति के कार्यकर्ताओ द्वारा किये जाने वाली विभिन्न कार्यक्रमों की सरहाना करते हुए कहा की समिति के कार्यकर्त्ता अपने कार्यक्रमों से जवानों का उत्साहवर्धन करते रहते है. सुरक्षा बलों के अधिकारीयों ने सीमाजन कल्याण समिति द्वारा हर वर्ष जवानों को रक्षाबंधन के अवसर पर रक्षा सूत्र बांधने के कार्यक्रम की प्रशंसा की.
पूजनीय सरसंघचालक जी मोहन जी भागवत के साथ क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास जी, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख नन्दलाल जी, प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जी तथा सीमाजन कल्याण समिति के संघटन मंत्री नीम्ब सिंह जी भी थे.
पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत को सीमाजन कल्याण समीति के संघटन मंत्री नीम्ब सिंह जी ने पश्चिमी राजस्थान की सीमाओ और उनसे जुड़े विषयों की जानकारी दी.
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