मंगलवार, 5 मार्च 2013

जासूस के जनप्रतिनिधियों से संबंध की जांच करने की मांग

जैसलमेर वायुसेना के 'आयरन फिस्ट' कार्यक्रम और सैन्य गतिविधियों तथा सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तानी संस्था आई.एफ..यू. को भेजने के आरोप में जैसलमेर जिले में गिरफ्तार किए गए जासूस सुमार खां के जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से वाणिज्यिक संबंधों की जांच की मांग सीमाजन कल्याण समिति ने की है। समिति के मंत्री शरद व्यास ने बताया कि इस आशय का एक मांगपत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रेषित करते हुए समिति ने उन्हें अवगत करवाया है कि क्षेत्र में पनप रही अराष्ट्रीय गतिविधियां देश की एकता और अखण्डता तथा सुरक्षा के लिए घातक साबित होने वाला अपराध है।

उन्होंने बताया कि इससे पहले भी खुईयाला, सम, मोहनगढ़, बाहला, नाचना सहित कई गांवों से तस्करी व जासूसी की गतिविधियों में लिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सीमावर्ती गांव-ढाणियों में कई तस्कर सक्रिय होकर पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। समिति ने पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में अराष्ट्रीय गतिविधियों में लिप्त लोगों की शिनाख्त और गिरफ्तारी के लिए विशेष ऑपरेशन चलाने की मांग राज्य सरकार से की है। 

साभार:  दैनिक भास्कर 

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित