पाकिस्तान में हिंदू असुरक्षित
नई
दिल्ली : पाकिस्तान में नारकीय जीवन जीने से त्रस्त होकर अपनी जान बचाकर
भागे पाकिस्तानी हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षार्थ विश्व हिन्दू परिषद
ने आज केन्द्र व दिल्ली सरकार के साथ दिल्ली की जनता से आगे आकर सहायता का
हाथ बढाने की अपील की है। विहिप दिल्ली के महामंत्री सत्येन्द्र मोहन ने
कहा है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं की दुर्दशा, माता बहनों का अपहरण,
बलात्कार, जबरन धर्म परिवर्तन, मन्दिरों, गुरुद्वारों व अन्य आस्था
केन्द्रों पर हमले तथा जजिया कर बसूली के अलावा उन्हे काफिऱश कह कर बुलाया
जाना, यहां तक कि अन्तिम संस्कार के लिए शव को जलाए जाने तक की आजादी तक न
होना समस्त हिन्दू समाज के लिए हद चिन्तनीय है।
उन्होंने मांग की है कि पाकिस्तान से अभी
हाल ही में दिल्ली आए 480 हिन्दुओं के दल को अबिलम्ब नागरिक सुविधाएं
प्रदान करने की व्यवस्था हो। जब तक उन्हें यहां की नागरिकता की औपचारिकताएं
पूरी नहीं होती उनके रहने, खाने पीने तथा रोजगार के साथ सुरक्षा की
व्यवस्था दिल्ली सरकार अपनी ओर से उपलब्ध कराए। विहिप दिल्ली के मीडिया
प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त से 229, 222 व
29 की संख्या में क्रमश: 10, 18 व 27 मार्च को दिल्ली पहुंचे कुल 480 पीडित
हिन्दुओं की दर्दनाक स्थिति देखी नहीं जा रही है। अखण्ड भारत के ये सभी
नागरिक भारत विभाजन की विभीषिका के बाद से वहां नारकीय जीवन जीने को मजबूर
हैं।
उन्हें वहां न शिक्षा का अधिकार है न
रोजगार का, न अपने त्योहार मनाने का अधिकार है न धार्मिक अनुष्ठान करने का,
न मन्दिर जाने का है और न ही गौ पालन का। इस सम्बन्ध में भारत के
राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री, कानून मंत्री,
दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री के अलावा भारत व संयुक्त राष्ट्र संघ के
मानवाधिकार आयोगों को एक पत्र भी भेजा जा चुका है। जिसके जबाब व कार्यवाही
की हमें प्रतीक्षा है। तब तक हमने सभी धर्मावलम्बी व समाज सेवी व्यक्तियों
तथा संस्थाओं से अपील की है कि 480 लोगों की विविध प्रकार की तात्कालिक
आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वे सभी आगे आकर हाथ बढ़ाएं।
source:: http://www.punjabkesari.in/news/%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%82-%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%A4-121530
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