कोच्चि: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार, शंखनाद और केरल के पंरपरागत संगीत (इडक्का) की मधुर ध्वनियों के बीच माननीय सरसंघचालक डाॅ. मोहन जी भागवत एवं सरकार्यवाह श्री सुरेश जी जोशी (भैया जी) के द्वारा भारत माता के चित्र पर पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर प्रातःदिनांक 25 अक्टूबर 2013 किया गया। यह बैठक आगामी तीन दिनों तक चलेगी।
बैठक के आरंभ में पांडीचेरी की पूर्व राज्यपाल श्रीमती रजनी ताई (नागपुर, महाराष्ट्र), विपेशणा केन्द्र के संस्थापक और प्रमुख आचार्य श्री सत्यनारायण गोयका (मुंबई, महाराष्ट्र), ज्ञानपीठ पुरूस्कार विजेता और यशस्वी तेगुलू साहित्यकार शबूरी भारद्वाज (आंध्र प्रदेश), प्रख्यात संगीतज्ञ मन्नाडे, छत्तीसगढ़ माओवादी हमले में शहीद श्री विद्याचरण शुक्ल, श्री महेन्द्र कर्मा, श्री नंदकुमार पटेल, पूणे निवासी श्री नरेन्द्र दाबोलकर, उत्तरप्रदेश के सांसद श्री मोहन देवड़िया, हिन्दी सिने जगत के विख्यात कलाकार ‘‘प्राण’’ (मुंबई), क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख डाॅ. अमरसिंह जी, डाॅ. कृष्ण कुमार बवेजा, पश्चिम महाराष्ट्र के प्रांत संघचालक श्री कचेश्वर सहाणे, राष्ट्रीय सिख संगत के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री मनोहरलाल जी, केरल के प्रख्यात संगीतज्ञ दक्षिणामूर्ती, के.राघवन मास्टर, आर्युवेदाचार्य वैद्यमठ नारायण नंबूदरी और उत्तराखंड महाप्रलय में दिवंगत समस्त आत्माओं को श्रृद्धांजली अर्पित की गई।
पश्चात्, क्षेत्रीय स्तर पर कार्य अवलोकन की समीक्षा और चर्चा सत्र संपन्न हुई जिसमेें पूरे देश में नित्य शाखाओं में पिछले वर्ष की तुलना में 1000 से अधिक शाखाओं के विस्तार एवं महाविद्यालय विद्यार्थियों का संघ शाखाओं की तरफ बढ़ते हुए आकर्षण की जानकारी संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेश जी जोशी (भैया जी) द्वारा प्रस्तुत की गई। बैठक में केरल सहित पूरे देशभर में सक्रिय इस्लामिक आतंकवाद एवं उसके दुष्प्रभावों पर भी चर्चा हुई जो कि प्रस्ताव के मुख्य बिन्दु में शामिल है।