शनिवार, 13 दिसंबर 2014

स्वदेशी के लिए शहीद होने वाले बाबू गेनू को श्रद्धांजलि

स्वदेशी के लिए शहीद होने वाले बाबू गेनू  को श्रद्धांजलि



जोधपुर।   मात्र 22 वर्ष की अल्प आयु में स्वदेशी के लिए शहीद होने वाले बाबू गेनू के जीवन से स्वदेशी के लिए प्राणन्योछावर तक कर देने वाले युवाओं ने प्रेरणा ली है। ऐसे में आज जब हम छोटी-छोटी घरेलू उपयोग की वस्तु के लिए विदेशी उत्पादों का सहारा लेते है तो ऐसे स्वदेशी शहीदों के बलिदान से हमें प्रेरणा लेते हुए स्वदेशी वस्तुओ को जीवन में महत्व देना ही चाहिए। यह विचार जोधपुर नगर निगम महापौर घनश्याम ओझा ने बाबू गेनू के चित्र सम्मुख दीप दान करने के अवसर पर जालोरी गेट चैराहा में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित श्रद्धाजंली कार्यक्रम में कहे। 

जालोरी गेट चौराहे पर आयोजित एक कार्यक्रम में स्वदेशी के लिए शहीद होने वाले बाबू गेनू को  जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने उनके चित्र पर दीप दान कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर 20 हजार स्वदेशी वस्तुओं की सूची के आग्रह पत्र वितरित किए गए। 

स्वदेशी जागरण मंच के महानगर कार्यकर्ता मिथलेश झा, अशोक वैष्णव दीपक व्यास ने स्वदेशी का महत्व बताते हुए 501 दीपक जलाए। 

स्वदेशी जागरण मंच की ओर से जालोरी गेट पर दीपमाला सजाई गई। 

कार्यक्रम में गोपालसिंह भाटी, संदीप काबरा, बानाराम पंवार, वीरेंद्रसिंह शेखावत, रामसिंह भाटी, परसराम, गोपालसिंह राजपुरोहित, महेश जांगिड़ सहित अनेक लोगों ने भाग लिया। विभाग संयोजक लूनाराम सैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित