सोमवार, 17 अगस्त 2015

त्रिदिवसीय आचार्य सम्मेलन का हुआ शुभारम्भ

त्रिदिवसीय आचार्य सम्मेलन का हुआ शुभारम्भ

जोधपुर १६ अगस्त २०१५.  विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मार्ग दर्शन में जोधपुर महानगर में त्रिदिवसीय (16 से 18 अगस्त ) आचार्य सम्मेलन आज प्रातः से आदर्श विद्यामन्दिर उच्च माध्यमिक, केशव परिसर कमला नेहरू नगर, जोधपुर में प्रारम्भ हुआ।

 
आचार्यों का मार्ग दर्शन करते हुए विद्याभारती जोधपुर प्रान्त के माननीय मंत्री श्री अमृत लाल जी दैय्या ने बताया कि मेकेले पद्धिति को अनिवार्य रूप से परिर्वतित करने क दायित्व विद्याभारती का है। विद्याभारती ने इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपना लक्ष्य निर्धारित कर श्रेष्ठ कार्य में निष्ठा पूर्वक प्रयासरत है। किसी भी देश का भविष्य उस के यहां चलने वाले विद्यालयों की कक्षा में निष्ठावान शिक्षक पर निर्भर करता है। हिन्दू संस्कृति स्वयं के लिए नहीं दूसरों के लिए जीना सिखाती है। हमारे देश की चालीस प्रतिशत जनता वनों गिरिकन्दराओं एवं झुग्गी  झोपडि़यों में निवास करती है। अभावग्रस्त अपने बान्धवों को सामाजिक कुरीतियों शोषण एवं अन्याय से मुक्त कराकर राष्ट्र जीवन को समरस, सुसम्पन्न एवं सुसंस्कृत बने उन के लिए जीने वाली पीढ़ी का निमार्ण करना ही हमारा लक्ष्य है।   

उद्घाटन सत्र में दीप प्रज्जलन  विद्याभारती जोधपुर प्रान्त के माननीय संगठन मंत्री श्री चन्द्र शेखर जी, प्रान्त के माननीय मंत्री श्री अमृत लाल जी दैय्या, प्रान्त पूर्व छात्र का कार्य देखने वाले श्री प्रवीण कुमार शारदा व जोधपुर महानगर सचिव श्री संग्राम जी काला ने किया ने किया ।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित